कैसे बनते हैं IAS और IPS अफ़सर? आइए जानते हैं आसान भाषा में।

इन दिनों न्यूज चैनलों, अखबारों व सोशल मीडिया पर एक नाम आप बार बार देख या पढ़ रहे होंगे, UPSC! क्या है ये UPSC? दोस्तों UPSC यानी संघ लोक सेवा आयोग जो सिविल सर्विस की परीक्षा आयोजित करवाता है। हमारे जिले की कलेक्टर(DC) या SP सभी इस परीक्षा को पास कर इतने बड़े पद तक पहुंचते हैं। लेकिन आपने कभी सोचा है कि इसकी तैयारी के लिए कौनसी पढ़ाई करनी होती है? इसकी परीक्षा के लिए उम्रसीमा क्या है? इसकी तैयारी कहां करें? कोई कितनी बार परीक्षा में बैठ सकता है? सिविल सर्विस एग्जाम के फॉर्म साल में कितनी बार निकलते हैं? फॉर्म कैसे भरा जाता है? इंटरव्यू में क्या पूछा जाता है? सेलेक्शन के बाद ट्रेनिंग कहां होती है? आइये इन सभी सवालों का जवाब जानने के लिए आपको हम UPSC CSE की लंबी यात्रा पर ले चलते हैं।

UPSC 3 चरणों मे CSE की परीक्षा लेती है।

There are three stages in the UPSC exam

Exam in UPSC CSEMarks
Preliminary Examination (which is an entry level, objectives type test)1.General Studies2.CSETQualifying in Nature
Mains Examination  (which is subjective and written exam )Paper A and Paper B are language papers(Qualifying in Nature)Paper I to VII(GS-I to GS-V and 2 Optional subject)1500
Interviews and Personality test250

Qualification for UPSC Exam

अगर आपकी उम्र 21 साल है और आपके पास किसी भी राज्य या केंद्रीय यूनिवर्सिटी और यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन, 1956 की धारा 3 के तहत किसी भी शैक्षणिक संस्थान को डीम्ड यूनिवर्सिटी माना गया हो, से ग्रेजुएशन की डिग्री है तो आप इस परीक्षा में बैठ सकते हैं। इसके अलावा अगर आपके पास ऐसा कोई टेक्निकल या प्रोफेशनल योग्यता है जिसे सरकार ने डिग्री की मान्यता दी है तो भी आप इस परीक्षा में बैठ सकते हैं।

Age criteria and attempts in UPSC

इसके अलावा आप कितनी बार परीक्षा में बैठ सकते हैं और किस उम्र तक परीक्षा में भाग ले सकते हैं। अगर आपने प्रीलिम्स का फॉर्म भर दिया है और आप परीक्षा में बैठ गए हैं या आप परीक्षा में बैठे और हस्ताक्षर कर वापिस आ गए या आपको किसी वजह से परीक्षा से डिस्क्वालिफाई कर दिया गया तो आपका एक अटेम्प्ट माना जायेगा। इसको लेकर भी प्रावधान हैं। अभ्यर्थियों को 5 कैटेगरी में बांटा जाता है।

CategoryAge CriteriaNo. of Attempts
Gen.21-326
EWS21-326
OBC21-359
SC/ST31-37NO LIMIT
PwBD(Person with Benchmark Disability)Gen. – 21-42
EWS – 21-42
OBC – 21-45
SC/ST – 21-47
Gen. – 9
EWS – 9
OBC – 9
SC/ST – No Limit

Reservation system in UPSC CSE

बता दें कि Gen. कैटेगरी में वे सभी जातियां आती हैं जिन्हें सविंधान में आरक्षण नहीं मिला है या आरक्षित श्रेणी में से जिन्होंने कटऑफ से ज्यादा मार्क हासिल किए हैं।

EWS जिसे आर्थिक कमजोर वर्ग कहा जाता है। इसमें उन अभ्यर्थियों को शामिल किया जाता है कि जिनके परिवार की वार्षिक आय 8 लाख से कम हो या EWS बिल की अन्य शर्तों को पूरा करता हो। इस वर्ग के अभ्यर्थी को 10 फीसदी आरक्षण का लाभ मिलता है।

OBC यानी अन्य पिछड़ा वर्ग जिन्हें केंद्रीय नौकरियों में 27 फीसदी आरक्षण मिलता है। OBC वर्ग के लिए उम्र व परीक्षा में बैठने को लेकर छूट दी गई है। हालांकि OBC में दो वर्ग हैं क्रीमी लेयर व नॉन क्रीमी लेयर। क्रीमी लेयर में आने वाले अभ्यर्थियों को आरक्षण का लाभ नहीं मिलता।

SC/ST यानी अनुसूचित जाति व जनजाति जिन्हें नौकरियों में कुल 30 फीसदी आरक्षण मिलता है। SC वर्ग को 22.5 व ST को 7.5 फीसदी आरक्षण मिलता है। इसके साथ ही इन्हें परीक्षा में बैठने व उम्र में भी छूट दी गई है।

PwBD यानी बेंचमार्क विकलांगता जिसमें उन अभ्यर्थियों को शामिल किया जाता है जिन्हें 40 फीसदी या इससे ज्यादा विकलांगता है। इस कैटेगरी में आने के लिए आपको अपना सर्टिफिकेट फॉर्म भरने के समय अपलोड करना होगा। इन्हें 5 कैटेगरी में बांटा गया है।

PH 1. जिन्हें देखने में दिक्कत है या अंधापन है।
PH 2. जिन्हें सुनने में दिक्कत है या बहरापन है।
PH 3. इस कैटेगरी में लोकोमीटर विकलांगता, जिसमें कुष्ट रोग से ठीक हुआ अभ्यर्थी, सेरीबल पाल्सी, बौनापन, और एसिड अटैक पीड़ित व्यक्ति शामिल हैं।
PH 4. ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर(Autism Spectrum Disorder), मानसिक मंदता, बौद्धिक विकलांगता, जैसे बीमारियों से पीड़ित व्यक्तियों को शामिल किया गया है।
PH 5. इसमें बहु-विकलांगता जैसे कि बधिरता और दृष्टिबाधित साथ मे शामिल होना है।

Physical fitness requirements in UPSC

फिटनेस के आधार पर CSE को टेक्निकल और नॉन टेक्निकल, 2 भागों में बांटा गया है। टेक्निकल सेवाओं के लिए नियम सख़्त हैं लेकिन नॉन टेक्निकल के लिए छूट हैं। जोकि इस प्रकार है।

Technical Services

  1. भारतीय पुलिस सेवा(IPS) ग्रुप ‘A’
  2. भारतीय रेलवे सुरक्षा बल(IRPFS) ग्रुप ‘A’
  3. दिल्ली, अंडमान निकोबार, लक्ष्यद्वीप, दमन और दीव, दादर व नागर हवेली पुलिस सेवा(DANIPS) ग्रुप ‘B’

Non Technical Services में अन्य सभी सेवाओं को शामिल किया गया है।

टेक्निकल सेवाओं के लिए महिला व पुरुष अभ्यर्थियों का शारारिक फिट होना जरूरी है।

अनुसूचित जनजाति, गोरखा, असम, कुमाऊनी, नागालैंड के अभ्यर्थियों के लिए 5 सेमी. छूट का प्रावधान है।

Eye sight: आंखों का विजन चश्मे के साथ 6/6 या 6/9 होना जरूरी है। या एक आंख का 6/6 तो दूसरी आंख का 6/9 या 6/9 और दूसरी आंख का 6/12 विजन जरूरी है।

इसके अलावा टेक्निकल सेवाओं के लिए अन्य टेस्ट होते हैं जिसमें ये सुनिश्चित किया जाता है कि अभ्यर्थी को हड्डियों से जुड़ी, कलर ब्लाइंडनेस, बहरापन, दिल या पेट की बीमारी या कोई अन्य गंभीर बीमारी न हो।

Services in UPSC CSE

बता दें कि UPSC एग्जाम नोटिस 2024 के अनुसार अबकी बार 21 सिविल सेवाओं के लिए परीक्षा आयोजित करवा रही है। जोकि इस प्रकार हैं।

  1. IAS(भारतीय प्रशासनिक सेवा) 
  2. IFS(भारतीय विदेश सेवा)
  3. IPS(भारतीय पुलिस सेवा)
  4. IAAS(भारतीय लेखा परीक्षा एवं लेखा सेवा) ग्रुप ‘A’
  5. ICAS(भारतीय सिविल लेखा सेवा) ग्रुप ‘A’
  6. ICLS(भारतीय कॉरपोरेट कानून सेवा) ग्रुप ‘A’
  7. IDAS(भारतीय रक्षा लेखा सेवा) ग्रुप ‘A’
  8. IDES(भारतीय रक्षा लेखा सेवा) ग्रुप ‘A’
  9. IIS( भारतीय सूचना सेवा) ग्रुप ‘A’
  10. IPS(भारतीय पोस्टल सेवा) ग्रुप ‘A’
  11. IP&TAFS(भारतीय डाक एवं दूरसंचार एवं वित्त सेवा) ग्रुप ‘A’
  12. RPF(रेलवे सुरक्षा सेवा) ग्रुप ‘A’
  13. IRS(Customs & indirect taxes) ग्रुप ‘A’
  14. IRS(income tax) ग्रुप ‘A’
  15. ITS(भारतीय व्यापार सेवा) ग्रुप ‘A’
  16. IRMS(भारतीय रेलवे मैनेजमेंट सेवा) ग्रुप ‘A’
  17. AFHQ(सशत्र बल हेडक्वॉर्टर सेवा) ग्रुप ‘B’
  18. DANICS(दिल्ली, अंडमान निकोबार, लक्ष्यद्वीप, दमन और दीव, दादर व नागर हवेली सिविल सेवा) ग्रुप ‘B’
  19. DANIPS(दिल्ली, अंडमान निकोबार, लक्ष्यद्वीप, दमन और दीव, दादर व नागर हवेली पुलिस सेवा) ग्रुप ‘B’
  20. PONDICS(पांडुचेरी सिविल सेवा) ग्रुप ‘B’
  21. PONDIPS(पांडुचेरी पुलिस सेवा) ग्रुप ‘B’

Note: आपको इन सेवाओं में आपकी रैंक व एग्जाम फॉर्म में भरी गई प्रेफरेंस व आपके मेडिकल फिटनेस के हिसाब से सेवा करने का मौका मिलता है।

UPSC Civil Services Exam Form 

UPSC हर साल एग्जाम नोटिफिकेशन निकालती है। जिसमें अभ्यर्थियों को एग्जाम फॉर्म भरना होता है। फॉर्म ऑनलाइन ही भरे जाते हैं और फॉर्म के तीन भाग हैं। पहला प्रिलिम्स एग्जाम के लिए बाकी के 2 DEF(Detailed Application Form)-I व DEF-II।

Prelims Form

प्रीलिम्स फॉर्म में आपको बेसिक जानकारी भरनी होती है।

Name, Address, Category, Photo ID(Aadhar, PAN Card, Voter ID, Passport), Signature,, Optional Subject, Education Qualification

Gen, OBC, EWS की फीस ₹100 व SC/ST, PwBD की कोई फॉर्म फीस नहीं लगती।
इसके अलावा आपको अपनी परीक्षा का सेंटर भरना होता है। देश भर में 72 सेंटर हैं। सभी आप अपनी पसंद का सेंटर भर सकते हैं लेकिन चेन्नई, कोलकाता, नागपुर और दिसपुर में सीटों की संख्या सीमित है

DAF-I

DAF-I मैन्स एग्जाम के लिए भरना होता है। इसमें आपको डिटेल्ड इन्फॉर्मेशन देनी होती है। इसमें आपको अपने माता पिता के जन्मस्थान, व्यवसाय के बारे में भी बताना होता है। इसके अलावा आपको आपका जाति प्रमाणपत्र, जन्मप्रमाण, ग्रेजुएशन सर्टिफिकेट जैसे महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट्स को स्कैन करके फॉर्म भरना होता है। इसके साथ ही आपको एग्जाम सेंटर व फीस जमा करवानी होती है।

DAF-II

DAF-II इंटरव्यू से पहले भरना होता है। इसमें आपको ग्रेजुएशन के बाद की पढ़ाई, अन्य क्षेत्रों में कोई उपलब्धि, ईनाम, शौक(संगीत, कला, खेल, किताबें पढ़ना, कविता लिखना, गाना गाना, डांस या अन्य) सर्विस सर्टिफिकेट आपको ऑनलाइन अपलोड करने होंगे।

DAF-II में सर्विस कैडर, सिविल सर्विस के प्रेफरेंस भी भरने होते हैं जिसको लेकर आपसे इंटरव्यू में सवाल पूछे जा सकते हैं। आपको सर्विस व कैडर आपके रैंक के हिसाब से दिया जाएगा।

अगर आप पहले से ही IAS या IFS हैं और फिर से परीक्षा में बैठना चाहते हैं तो आपको पहले अपनी सेवा से इस्तीफा देना होगा।

अगर आप IPS हैं तो आप सर्विस प्रेफरेंस में IPS के अलावा सभी सर्विस के लिए अप्लाई कर सकते हैं।

आप DAF-II में भरी गई प्रेफरेंस या कैडर को बाद में बदल नहीं सकते हैं।

Civil Services(Preliminary)

प्रीलिम्स में दो भागों में होता है।

सभी प्रश्न ऑब्जेक्टिव होंगे आपको 4 ऑप्शन में से एक ऑप्शन चुनना होगा। CSAT में आपको 33% क्वालीफाईंग मार्क्स लाने होंगे। एक-तिहाई नेगेटिव मार्किंग होगी।

प्रीलिम्स पेपर में करंट अफेयर्स, हिस्ट्री, भूगोल, राजनीतिक विज्ञान, आर्थिक व सामाजिक विकास, क्लाइमेट चेंज, सामान्य विज्ञान, लॉजिकल रीजनिंग,जनरल मेंटल एबिलिटी, डेटा इंटरप्रिटेशन से प्रश्न पूछे जाते हैं।

Civil Services (Mains)

ये परीक्षा लिखित होती है। इसमें 9 पार्ट होते हैं।

Qualifying language paper

ये दोनों पेपर भाषा के होते हैं। Paper A में आप अपनी भाषा चुन सकते हैं जबकि Paper-B में आपको अंग्रेजी भाषा का ही देना होगा। बता दें ये दोनों ही पेपर आपके टोटल मार्क में नही जुड़ते। ये Qualifying language paper होते हैं।

अब बारी है, उन पेपर की जिससे आपकी रैंक बनती है यानी इन सभी के मार्क्स आपकी मेरिट में जुड़ेंगे।

Paper I

Paper II

Paper-III 

Paper IV

Paper V

Paper VI

Paper VII

Interview in UPSC

आपका इंटरव्यू UPSC द्वारा गठित एक बोर्ड लेगा, जिसमें आपसे आपके व्यक्तित्व को परखा जाएगा। बोर्ड में बैठे सभी लोग अपने अपने फील्ड के एक्सपर्ट होते हैं जोकि आपसे करंट अफेयर्स, आपकी रुचि, आपके जीवन, कैडर, प्रेफरेंस, देश-विदेश के ज्वलंत मुद्दों को लेकर सवाल पूछ सकते हैं। इसके अलावा आपके मानसिक स्तर, लीडरशिप स्किल, मुश्किल समय में निर्णय लेने की क्षमता को जांचा जाता है।

Medical requirements in UPSC CSE

प्रीलिम्स, मैन्स व इंटरव्यू के बाद मेडिकल टेस्ट होता है, जिसके हिसाब से आपको सर्विस एलोकेट होती हैं। अगर आप मेडिकल व फिजिकल फिट हैं तो आपको टेक्निकल सर्विस मिल सकती है। इसमें आपको कई चरणों से गुजरना पड़ता है। जोकि इस प्रकार हैं।

सबसे पहले आपके कुछ सामान्य टेस्ट होते हैं जिसमें ब्लड प्रेशर, हार्ट रेट जांच की जाती है। इसके अलावा आपकी आँखों का विजन, सुनने की क्षमता, हाइट, छाती, लेब्रोटरी टेस्ट, मानसिक जांच, रेडियोग्राफी जांच जिसमें X-Ray, CT Scan, Ultrasound शामिल हैं, की जांच होती है। इसके बाद मेडिकल बोर्ड द्वारा आपको मेडिकल सर्टिफिकेट जारी किया जाता है जिसके आधार पर आपको सर्विस मिलती है।

Training In LBSNAA

इन सभी परीक्षाओं को पास करने के बाद आपको आपकी मेरिट के हिसाब से DAF-II में दी गई प्रेफरेंस मिलती हैं। अगर आप टॉप रैंक में हैं तो आपको IAS,IPS, IRS मिल जाता है। उसके बाद उत्तराखंड के मसूरी में स्थित LBSNAA(Lal Bahadur Shastri National Academy of Administration) ट्रेनिंग करने का मौका मिलता है। जहां आपका एक आम नागरिक से देश के सिविल सर्वेंट बनने का सफर शुरू होता है। 

आप LBSNAA में टीम वर्क, तटस्थता, शालीनता सीखते हैं। 3 महीने के फाउंडेशन कोर्स के बाद आपको भारत दर्शन, जिसमें देशभर में आपको घुमाया जाता है, सेना के साथ, सभी सरकारी व निजी संस्थानों व जनजातियों इलाकों में वहां का सामाजिक ढांचा समझने के लिए व NGO(गैर सरकारी संस्थान के साथ आपको ट्रेंड किया जाता है ताकि आप भारत की विविधता को समझ सकें और उस विविधता में सामंजस्य स्थापित कर सकें।

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