UPSC NDA की सेलेक्शन प्रक्रिया क्या है? समझिए आसान भाषा में।

साल 1993 में आई फ़िल्म ‘तिरंगा’ आपको याद है जिसमें ब्रिगेडियर सूर्यदेव सिंह के किरदार में राजकुमार और उनके डायलॉग बहुत फेमस हुए थे। लेकिन आपने कभी सोचा है कि सेना में कैसे कोई कर्नल, बिरगेडियर या जनरल बनते हैं? आइए इन सभी सवालों का जवाब जाना जाए।

दोस्तों! भारतीय सशस्त्र सेनाओं (Army ,Navy, Airforce) में बड़े पदों की भर्ती UPSC यानी भारतीय संघ लोक सेवा आयोग करवाता है। अगर आपको सेना विंग में आवेदन देना है तो आपका 12वीं पास होना जरूरी है। वहीं अगर आपको नेवी या एयरफोर्स के लिए अप्लाई करना है तो 12वीं में साइंस विषय (फिजिक्स, केमिस्ट्री, व मैथ्स) से पास होना जरूरी है।

इन भर्तियों के लिए NDA (नेशनल डिफेंस अकादमी) व SSB (सर्विस सेलेक्शन बोर्ड) के मुश्किल टेस्ट्स व इंटरव्यू से गुजरना होगा। NDA में अप्लाई करने के लिए आयु सीमा 16.5 से 19.5 वर्ष के बीच की होती है और आपका शारारिक रूप व मानसिक रूप से फिट होना जरूरी है। NDA में सेलेक्ट होने के लिए आपको NDA लिखित परीक्षा, SSB का इंटरव्यू व मेडिकल टेस्ट से गुजरना होगा। UPSC इस एग्जाम को साल में 2 बार करवाती है। आइए जानते हैं NDA टेस्ट और SSB इंटरव्यू के बारे में।

NDA लिखित टेस्ट के दो भाग हैं

UPSC ने NDA के टेस्ट को दो भागों में बांटा हुआ है। पहला है मैथ्स व दूसरा है GAT यानी जरनल एप्टीट्यूड टेस्ट। सभी प्रश्न MCQ टाइप होंगे व एग्जाम ऑनलाइन होगा। जिसमें मैथ्स के 120 व GAT के 150 पूछे जाएंगे। प्रत्येक पेपर 2.5 घंटे का होगा और दोनों में नेगेटिव मार्किंग रहती है। मैथ्स में 12वीं तक का एडवांस मैथ आता है। वहीं GAT में इंग्लिश, फिजिक्स, कैमस्ट्री, सामान्य विज्ञान, इतिहास, जॉग्राफ़ी व करेंट अफेयर्स शामिल होते हैं।

4-5 दिन चलता है SSB का इंटरव्यू

SSB का इंटरव्यू के दो फेज होते हैं। पहले फेज में इंटेलिजेंस व स्क्रीनिंग टेस्ट होता है। इसके अलावा पिक्चर परसेप्शन व पिक्चर डिस्क्रिप्शन टेस्ट भी होता है।

वहीं फेज 2 में मनोवैज्ञानिक टेस्ट, ग्रुप टेस्टिंग ऑफिसर्स टेस्ट जिसमें आपका टीमवर्क व लीडरशिप स्किल्स जांची जाती हैं।
इसके बाद प्रत्येक कैंडिडेट के साथ अधिकारी फॉर्मल डिस्कशन करते हैं ताकि उनके व्यक्तित्व, हाजिरजवाबी व बातचीत करने के तरीके को देखा जाता है। यह सभी प्रक्रिया 4-5 दिन तक चलती है।

NDA टेस्ट व SSB इंटरव्यू के लिए किन बातों का ध्यान रखें।

फॉर्म भरते समय इन बातों का ध्यान रखें।

  1. रजिस्ट्रेशन की लास्ट डेट से पहले फॉर्म भर दें।
  2. जूठी जानकारी न दें।
  3. सभी कॉलम में दी गयी जानकारी को अच्छे से चेक करें।
  4. फीस कन्फर्म कर लें।
  5. रजिस्ट्रेशन में आईडी व पासवर्ड को ध्यान रखें।

NTA एग्जाम से पहले इन बातों का ध्यान रखें।

  1. नियमित रूप से पढ़ें
  2. मॉक टेस्ट जरूर दें।
  3. सभी विषयों के नोट्स बनाएं
  4. अखबार या न्यूज पढ़ते रहें।
  5. देश दुनिया के राजनीति गतिविधियों पर नजर रखें।
  6. नियमित रूप से व्यायाम, योग व मेडिटेशन करें।
  7. एग्जाम से पहले पर्याप्त नींद पूरे करें व नर्वसनेस स बचें।

SSB इंटरव्यू से पहले इन बातों का ध्यान रखें।

  1. सभी जरूरी डाक्यूमेंट्स साथ लेकर जाएं।
  2. इंटरव्यू से पहले ग्रुप डिस्कशन की प्रैक्टिस करें।
  3. बॉडी लैंग्वेज का ध्यान रखें।
  4. दिखावा करने से बचें।
  5. नियमित एक्सरसाइज, योग व मेडिटेशन करें।
  6. जरूरत के अनुसार बोलें।
  7. शांत रहें और अच्छे नींद पूरी करें।

मेडिकल टेस्ट

NDA टेस्ट व SSB इंटरव्यू के बाद पास हुए कैंडिडेट्स का मिलिट्री हॉस्पिटल में मेडिकल बोर्ड चेकअप करते हैं। 4 से 5 दिन तक मेडिकल टेस्ट होता है। जिसके बाद पास हुए कैंडिडेट्स की मेरिट लिस्ट जारी की जाती है। मेडिकल टेस्ट के लिए पात्रता इस प्रकार है।

लंबाई व वजन : NDA में कैंडिडेट्स की लंबाई व वजन लड़का व लड़कियों के अलग-अलग है। लड़कों के लिए कम से कम 157.5 सेमी. व लड़कियों के लिए 152 सेमी. है। इसके अलावा मेल कैंडिडेट्स के सीने की मेजरमेंट भी होती है।

आंखों का विजन: टेस्ट में चेक किया जाता है कि किसी केंडिडेट को कलर ब्लाइंडनेस या नाईट ब्लाइंडनेस न हो। इसके अलावा कैंडिडेट्स का विजन 6/6 होना चाहिए।

मानसिक स्वास्थ्य: मेडिकल बोर्ड पास हुए कैंडिडेट्स का मानसिक स्वास्थ्य भी चेक करता है। कैंडिडेट को कोई गंभीर मानसिक रोग व तनाव न रहा हो।

ह्रदय की जांच: कैंडिडेट को कोई दिल की बीमारी, हाइपरटेंशन ना हो। इसके लिए आपका बल्ड प्रेशर, दिल की धड़कन व ECG टेस्ट किया जाता है।

फेफड़ों की जांच: मेडिकल बोर्ड ये भी सुनिश्चित करता है कि किसी कैंडिडेट को अस्थमा, टीबी(Tuberclosis) या अन्य कोई सांस से जुड़ी बीमारी न हो।

सुनने व हड्डियों की जांच: मेडिकल टेस्ट में आपके सुनने की क्षमता व हड्डियों की भी जांच होती है ताकि ये सुनिश्चित किया जा सके कि ड्यूटी के दौरान कोई शारारिक दिक्कतों का सामना न करना पड़े।

इसके अलावा मेडिकल बोर्ड शरीर पर कोई टैटू, रीढ़ की हड्डी में जांच, फ़ायमोसिस (Phimosis), हाइड्रोसिल (Hydrocele), टेड़ी नाक जैसी समस्याओं की गहन जांच करता है। वहीं फीमेल केंडिडेट के गर्भाशय व पीरियड्स हिस्ट्री की जांच की जाती है।

मेडिकल व फिजिकल टेस्ट से पहले किन बातों का ध्यान रखना है जरूरी।

सबसे ज्यादा रिजेक्शन मेडिकल व फिजिकल टेस्ट में आता है ऐसे में सभी अभिवावकों व बच्चों में मन मे ये आता है कि मेडिकल व फिजिकल टेस्ट को लेकर क्या सावधानियां बरतनी चाहिए।

● हेल्थी लाइफस्टाइल: जो भी NDA में जाना चाहता है उसे सबसे पहले अपनी दिनचर्या पर ध्यान देना चाहिए। हमेशा पोष्टिक आहार खाएं। सिगरेट या शराब न पिएं। रेगुलर एक्सरसाइज व योग करें।

● रेगुलर मेडिकल चेकअप : कैंडिडेट्स को रेगुलर मेडिकल चेकअप करवाना चाहिए ताकि किसी भी बीमारी को गंभीर रूप धारण करने से रोका जा सके और उसका समय से इलाज कराया जा सके।

● शांत रहने की प्रैक्टिस करें: ज्यादातर कैंडिडेट्स में देखा गया है कि मेडिकल टेस्ट को लेकर वो नर्वस हो जाते हैं जिससे ब्लड प्रेशर हाई व दिल की धड़कन बढ़ जाती है। इससे उन्हें मेडिकल टेस्ट में डिस्क्वालिफाई किया जा सकता है।

● पर्याप्त रेस्ट करें: मेडिकल टेस्ट से पहले कैंडिडेट्स को ध्यान रखना चाहिए कि पर्याप्त आराम करें। टेस्ट से पहले ज्यादा भाग-दौड़ से व लंबे सफर से बचें।

● अच्छे कपड़े पहनें: कैंडिडेट्स मेडिकल बोर्ड के सामने टेस्ट के दौरान अच्छे से ड्रेस पहन कर जाएं। आरामदायक कपड़े पहने जो ज्यादा टाइट या ढीले न हों। जिससे फिजिकल फिटनेस में आराम से मूवमेंट कर सकें।

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