UGC ने NET में आयुर्वेद बायोलॉजी को किया शामिल।

मॉडर्न एजुकेशन के साथ साथ पारंपरिक ज्ञान को  बढ़ावा देने के लिए UGC(University Grant Commision) ने महत्वपूर्ण कदम उठाया है। NET(National Eligibility Test) के दिसंबर सेशन में UGC ने आयुर्वेद बायोलॉजी को एक सब्जेक्ट के रूप में शामिल करने की आधिकारिक घोषणा की है। बीते 24 जून को UGC की 581वीं बैठक में एक एक्सपर्ट कमेटी की सिफारिशों के बाद यह फैसला लिया गया है। 

UGC के अध्यक्ष प्रोफेसर एम. जगदीश कुमार ने बताया कि आयुर्वेद बायोलॉजी विषय में छात्रों को आयुर्वेद का प्राचीन विज्ञान जानने का मौका मिलेगा। इस बार हमने इस यूनिक विषय को NET में शामिल करने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि जैसे जैसे लोग प्राकृतिक व समग्र स्वास्थ्य देखभाल के लाभों के बारे में अधिक जागरण हो रहे हैं, वे आयुर्वेद को एलोपैथिक चिकित्सा के ऑप्शन के रूप में भी अपना रहे हैं। आयुर्वेद को मॉडर्न हेल्थकेयर सिस्टम के साथ तेजी से एकीकृत किया जा रहा है। आयुर्वेद को कंटेम्परेरी साइंस के नजरिये से समझना चाहिए।

रिसर्च व डेवेलपमेंट के नए रास्ते खुलेंगे।

आयुर्वेद बायोलॉजी की शुरुआत हायर एजुकेशन में भारतीय पारंपरिक ज्ञान को शामिल करने को UGC का बड़ा कदन माना जा रहा है। जिससे आयुर्वेद और इससे सम्बंधित क्षेत्रों में ज्यादा स्टूडेंट्स को आकर्षित करने के साथ साथ रिसर्च एवं इनोवेशन को भी बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। आयुर्वेद बायोलॉजी में UGC नेट क्वालीफाई करने वाले स्टूडेंट्स को आगे विभिन्न रिसर्च इंस्टीट्यूट्स से रिसर्च करने का मौका मिलेगा। इसके अलावा वे विभिन्न यूनिवर्सिटीज एवं कॉलेजों में आयुर्वेद  बायोलॉजी पढ़ा सकते हैं। 

नौकरी के अवसर।

इसके अलावा स्टूडेंट्स को आयुर्वेदिक फार्मास्युटिकल कम्पनियों, आयुर्वेदिक अस्पतालों व रिसर्च इंस्टिट्यूट्स में नौकरी के अवसर उपलब्ध होंगे।  आयुर्वेद बायोलॉजी में रिसर्च करने के बाद स्टूडेंट्स आयुर्वेद के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं और नए ट्रीटमेंट डेवेलप कर सकते हैं। आयुर्वेद बायोलॉजी के जरिये भारतीय स्वदेशी ज्ञान का संरक्षण व सवंर्धन किया जा सकता है।

UGC NET दिसंबर के लिए एप्लिकेशन फॉर्म जल्द हो सकतें हैं शुरू।

आयुर्वेद बायोलॉजी स्टूडेंट्स अग्रिम UGC NET दिसंबर में एप्लिकेशन फॉर्म भर सकते हैं। कैंडिडेट का आयुर्वेद बायोलॉजी में मास्टर डिग्री पास होना अनिवार्य है। इसके अलावा पीजी कोर्स में अपीयर कैंडिडेट्स भी आवेदन कर सकते हैं। आवेदन प्रक्रिया, एग्जाम पैटर्न व सिलेबस के लिए कैंडिडेट्स को UGC की आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट करना होगा। इसके अलावा ताजा अपडेट्स के लिए कैंडिडेट को NTA की वेबसाइट पर विजट करने की सलाह दी जाती है। वहीं दिसंबर सेशन के लिए एप्लिकेशन फॉर्म जल्द ही शुरू होंगे।

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