आप सभी ने एक मूवी जरूर देखी होगी, अगर नहीं भी देखी तो, देखी जानी चाहिए, Gunjan Saxena: Kargil Girl! जिसमें एक लड़की जिसको बार बार कहा जाता है, “तुमसे नहीं होगा गुंजन!” यही बात कहानी की किरदार और वास्तविक गुंजन सक्सेना को भारत की पहली महिला एयर फोर्स अधिकारी बनाती है जो युद्ध के मैदान में उड़ान भरती हैं। दरअसल फ़ौज में महिलाओं और पुरुषों में गैरबराबरी की बातें आम हैं, लेकिन अब की लड़कियां इस दीवार को गिरा देना चाहती हैं। आज कहानी एक ऐसी लड़की की, जो घर से 10 किलोमीटर दौड़ कर तैयारी के लिए कोचिंग आती और अब एयर फोर्स में फ़्लाइंग ऑफिसर बनने का सपना साकार करने जा रही है।
Prince NDA Academy की स्टूडेंट भाविका पुत्री रोहताश डुमरा ने UPSC NDA व SSB क्लियर कर फीमेल कैटेगरी में AIR-1 हासिल किया है। भाविका के पिता आर्मी एविएशन में कर्नल हैं, लेकिन एयर फोर्स में लड़ाकू विमान उड़ाने का उनका सपना अब भाविका पूरा करने जा रही है। आइये जानते हैं क्यों भाविका ने डॉक्टर या इंजीनियरिंग बनने की बजाय एयर फोर्स में फ़्लाइंग ऑफिसर बनने का विकल्प चुना? और UPSC NDA जैसी मुश्किल परीक्षा के बाद 5 दिन लंबे SSB इंटरव्यू को पास कर महिला कैटेगरी में AIR-1 व ऑल इंडिया कैटेगरी में 10वां रैंक हासिल कर Prince NDA Academy के साथ साथ सीकर जिले का नाम भी रोशन किया।
आर्मी बैकग्राउंड की वजह से प्रेशर ज्यादा रहा।
Prince NDA Academy के सम्मान समारोह में भाविका से SSB इंटरव्यू में आर्मी फैमिली बैकग्राउंड की वजह से कुछ ढील दिए जाने को लेकर जब सवाल पूछा गया तो उन्होंने बताया कि मुझे पर हमेशा ही इस बात का प्रेशर रहता है कि मेरे पिता आर्मी में ऑफिसर हैं, तो इंटरव्यू में भी बोर्ड द्वारा मुझसे ज्यादा उम्मीद की गई और मुझसे आर्मी और एयर फोर्स के टेक्निकल पहलुओं पर ज्यादा सवाल पूछे गए।
पिता का सपना पूरा करने जा रही हैं।
भाविका के पिता आर्मी एविएशन में कर्नल हैं, जोकि आर्मी एविएशन आर्मी के लिए सुपोर्टिव रोल निभाता है, जिसमें हेलीकॉप्टर के इस्तेमाल से कम दूरी की जगहों पर ट्रूप्स को ट्रांसपोर्ट करना या मेडीकल एवेकुएशन का काम होता है। ऐसे में देश के लिए युद्व के मैदान में हाई एल्टीट्यूड पर फाइटर जेट उड़ाने का उनका सपना अधूरा रह गया, इसलिए उन्होंने भाविका को एयर फोर्स में फ़्लाइंग ऑफिसर बनने के लिए प्रेरित किया। जिसे भाविका अब पूरा करने जा रही है।
कई बार 10 किलोमीटर दौड़ कर कोचिंग आती थीं।
Prince NDA Academy के मैनेजिंग डायरेक्टर ब्रिगेडियर बीबी जानू ने बताया कि शुरुआत में भाविका कमजोर थीं और SSB की प्रैक्टिकल ट्रेनिंग पूरी नहीं कर पाती थीं, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और बुलंद हौसलों के साथ तैयारी की। इसके अलावा उन्होंने बताया कि कई बार भाविका 10 किलोमीटर दौड़कर ट्रैनिंग के लिए घर से कोचिंग आती थीं।
भाविका की कामयाबी में प्रिंस NDA एकेडमी का बड़ा रोल।
भाविका ने Prince NDA Academy की फ़ैकल्टी व मैनेजमेंट का आभार व्यक्त करते हुए बताया कि Prince NDA Academy में सभी कैडेट्स पर स्पेशल ध्यान रखा जाता है। उन्होंने बताया कि एकेडमी में SSB के पांच दिन लंबे इंटरव्यू की तैयारी जिसमें SRT(Situation Reaction Test), WAT(Word Association Test),TAT( Thematic Apperception Test), GTO (Group Testing Officers Test) जैसे मुश्किल टेस्ट के लिए सभी कैडेट्स को मानसिक रूप से तैयार किया जाता है, जिसकी वजह से उन्हें इंटरव्यू के दौरान कॉन्फिडेंट महसूस हुआ। इसके अलावा समय समय पर मैनेजमेंट द्वारा व्यक्तिगत रूप से व मोटिवेशनल सेमिनार से मोटिवेट किया जाता है।
प्रिंस NDA एकेडमी का SSB कैप्सूल कोर्स रहा गेम चेंजर।
भाविका ने बताया कि Prince NDA Academy के कैप्सूल कोर्स से पहले, वो SSB इंटरव्यू के लिए फिजिकली व मेंटली तैयार नहीं थीं। लेकिन Prince NDA Academy के 75 दिन के कैप्सूल कोर्स ने उन्हे बिल्कुल ट्रांसफॉर्म कर दिया। उन्होंने बताया कि एकेडमी में SSB की तैयारी सेना व SSB बोर्ड में शामिल रहे रिटायर्ड ऑफिसर्स के द्वारा करवाई जाती है। एकेडमी में प्रैक्टिस के लिए हर जरूरी चीज उपलब्ध है और लड़कियों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाता है।
छोटी छोटी तैयारी से सिलेक्शन होता है।
NDA की तैयारी कर रहीं लड़कियों को आप क्या सलाह देंगी?, के सवाल पर भाविका ने बताया कि आपको अपनी अपनी छोटी छोटी चीजों पर ध्यान देना होगा, तभी कामयाबी मिलेगी। इसके अलावा जो महत्वपूर्ण उन्होंने जो महत्वपूर्ण बातें बताई वे इस प्रकार हैं।
- शुरू से ही ऑफिसर की तरह बिहेव करें यानी अपनी सोच को क्लियर रखें, कंफ्यूज न हों, लगातार मेडिटेशन करें और प्रिजेंस ऑफ माइंड स्ट्रॉन्ग रखें।
- खुद को कमजोर न आंकें।
- अनुशासन को अपनी लाइफ का पार्ट बना लें और सोशल मीडिया से दूरी बनाएं।
- इंटरव्यू के लिए ज्यादा से ज्यादा प्रैक्टिस करें।
- आर्मी, नेवी व एयर फोर्स के बारे में बेसिक से लेकर डीप नॉलेज जरूर रखें।
Conclusion
भाविका की कहानी उन तमाम लड़कियों के लिए प्रेरणास्रोत है, जो आगे चलकर इंडियन आर्मी या एयर फोर्स में ऑफिसर बनना चाहती हैं। भाविका के माता ने उनकी सफलता का श्रेय Prince NDA Academy के फ़ैकल्टी मेंबर्स, मैनेजमेंट व अन्य स्टाफ को दिया, जो दिन-रात देश के लिए आने वाले काबिल ऑफिसर तैयार कर रहे हैं। एकेडमी में देश की टॉप फ़ैकल्टी, चाकचौबंद सुरक्षा, ओवरऑल डिवेलपमेंट पर जोर, खाने व रहने की बेहतरीन व्यवस्था है, जिसमें सभी स्टूडेंट्स घर से दूर रहकर भी घर जैसा माहौल महसूस करते हैं। अगर आप भी सेना में ऑफिसर बनने का सपना देख रहे हैं तो Prince NDA Academy एकमात्र विकल्प है, अधिक जानकारी के लिए Academy की ऑफिशियल वेबसाइट पर विजिट करें।
बता दें कि प्रिंस एनडीए एकेडमी Prince Eduhub का हिस्सा है जो कि हर साल नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है और एक साल में ही एक या दो नहीं बल्कि 3 AIR-1 देकर सीकर जिले का पूरे भारत में नाम रोशन कर रहा है। Prince NDA Academy से 2023-24 बैच से पूरे देश में सर्वाधिक 47 डिफेंस ऑफिसर सिलेक्ट हुए हैं। जिसमें AIR-1 फीमेल कैटेगरी में भाविका भी शामिल है। इसके अलावा NEET 2024 के रिजल्ट में PCP सीकर के स्टूडेंट देवेश जोशी ने 720/720 मार्क्स लेकर AIR-1 हासिल किया। वहीं CUET में Prince Academy की स्टूडेंट हिमानी ने भी AIR-1 हासिल किया है।