एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज किसी भी शिक्षण संस्थान के स्टूडेंट्स का कॉन्फिडेंस, लीडरशिप स्किल्स, कम्युनिकेशन स्किल्स व पढ़ाई के बाद समाज में योगदान निर्धारित करती हैं। इससे स्टूडेंट्स का न सिर्फ एकेडमिक बल्कि ऑवरऑल डेवलपमेंट भी होता है और एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज का स्कूलिंग में कितना अहम रोल है, ये एक बार फिर सीकर के प्रिंस लोटस वैली के स्टूडेंट्स ने साबित कर दिखाया है। लोटस वैली के म्यूजिकल बैंड ने राजस्थान के सवाई माधोपुर के स्वामी विवेकानंद मॉडल स्कूल में आयोजित स्टेट लेवल पर इंटर स्कूल बैंड कॉम्पेटिशन में एक बार प्रथम स्थान हासिल किया है।
इस कॉम्पेटिशन में प्रिंस लोटस वैली एकेडमी के स्कूल बैंड ने छात्र एवं छात्राओं दोनों ही कैटेगरी में प्रथम स्थान हासिल किया है। इसके बाद छात्र-छात्रा बैंड कैटेगरी में प्रिंस का स्कूल लोटस वैली का म्यूजिकल बैंड भोपाल में होने वाली इंटर जोनल स्कूल बैंड कॉम्पेटिशन में राजस्थान को रिप्रेजेंट करेगा। गौरतलब है कि डिफेंस मिनिस्ट्री व एजुकेशन मिनिस्ट्री, भारत सरकार के सयुंक्त तत्वावधान में ऑल इंडिया इंटर स्कूल बैंड कॉम्पेटिशन 2024 का आयोजन करवाया जा रहा है। स्टेट लेवल व इसके बाद जोनल लेवल पर प्रथम स्थान हासिल करने वाली टीम अगले साल जनवरी 2025 में दिल्ली में आयोजित होने वाले ऑल इंडिया इंटर स्कूल बैंड कॉम्पेटिशन में भाग लेंगे।
What is Prince Musical Band?
प्रिंस म्यूजिकल बैंड राजस्थान ही नहीं पूरे भारत में सुर्खियां बटोर रहा है। इससे पहले भी प्रिंस एजुहब का म्यूजिकल बैंड 2 बार चैंपियन रहा है। साल 2020 में प्रिंस एजुहब की म्यूजिकल बैंड टीम(छात्रा-छात्र) ने ऑल इंडिया इंटर स्कूल बैंड कॉम्पेटिशन में पहले ही प्रयास में दूसरा स्थान हासिल किया। इसके बाद साल 22 जनवरी 2023 में रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार एवं शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आयोजित ऑल इंटर स्कूल बैंड कॉम्पेटिशन में छात्रा व छात्र दोनों ही कैटेगरी में चैंपियन बनकर सीकर का देशभर में नाम रोशन किया। इसके अलावा स्टेट लेवल गणतंत्र दिवस पर जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में प्रिंस एजुहब के म्यूजिकल बैंड ने शानदार परफॉरमेंस दे चुका है। हाल ही में केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं सशक्तिकरण मंत्रालय द्वारा आयोजित डॉ आंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में कारगिल विजय दिवस पर प्रिंस एजुहब के स्कूल बैंड ने स्पेशल परफॉर्मेंस दी थी, जिसमें केंद्रीय मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने शिरकत की थी।
Importance of Musical Band in School’s Extra Curricular Activities?
म्यूजिकल बैंड स्कूल में बेस्ट एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज में से एक होता है, क्योंकि स्कूल बैंड स्टूडेंट्स को एक टीम की तरह और डिसिप्लिन सिखाता है। इससे स्टूडेंट्स में एक सोशल बॉन्ड भी बनता है और स्टूडेंट्स साथ मिलकर एक दूसरे की लय में लय मिलाकर चलते हैं। इसके साथ ही म्यूजिकल बैंड के जरिये स्टूडेंट्स भविष्य में कई तरह के कॉम्पेटिशन, प्रोग्राम व स्टेट या नेशनल लेवल के बैंड कॉम्पेटिशन, नेशनल फेस्टिवल्स, एनुअल सेलिब्रेशन में पार्टिसिपेट कर सकते हैं।
दरअसल म्यूजिकल बैंड दो तरह के होते हैं, मार्चिंग बैंड व कॉन्सर्ट बैंड। स्कूल मार्चिंग बैंड में स्टूडेंट्स को सेना की यूनिफॉर्म में आउटडोर परेड व ड्रिल्स की प्रैक्टिस करवाई जाती है। मार्चिंग बैंड में बास ड्रम्स, साइड ड्रम्स, सिंबल(Cymbals) बगल्स-बांसुरी, फ्लूट्स, ट्रम्पेट्स, ट्यूबा और ट्रोमबोन्स(Trombones) का इस्तेमाल सिखाया जाता है। जबकि दूसरी तरफ कॉन्सर्ट बैंड में स्टूडेंट्स को सिम्फोनिक एवं ऑकेस्ट्रा की इंडोर प्रैक्टिस करवाई जाती है। कॉन्सर्ट बैंड में ड्रम किट, फ्लूट्स(Flutes), सिंथेसाइज़र(Synthesizers), माराकास(Maracas), टैम्बोरिन, कोंगा, तबला, हारमोनियम व इलेक्ट्रिक गिटार का इस्तेमाल सिखाया जाता है। स्कूल बैंड स्टूडेंट्स में डिसिप्लिन, टीमवर्क, निर्देशों का पालन सिखाने का बेहतरीन तरीका है।