Prince College: ग्रेजुएशन के साथ करें IAS/RAS की तैयारी।

This is a feature image of article of prince college where students can preparation of IAS and RAS.

देश की सबसे बड़ी परीक्षा यानी भारतीय सिविल सेवा का सपना लिए देशभर से लाखों एस्पिरेन्ट्स दिल्ली या जयपुर जाते हैं लेकिन वहां का महंगा रहन सहन व भीड़भाड़ में, वे कहीं गुम होकर रह जाते हैं। कोचिंग संस्थानों का इंफ्रास्ट्रक्चर इन दिनों खूब चर्चा में भी रहा, बेसमेंट में क्लासेस चल रही थीं जिसके चलते 2 एस्पिरेन्ट्स की जान भी चली गयी। ऐसे में इस ट्रेडिशनल एजुकेशन सिस्टम पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं। इंफ्रास्ट्रक्चर सही से न होने के चलते बंद कमरों में सैंकड़ों एस्पिरेन्ट्स को घुट घुट कर पढ़ाई करनी पड़ती है। बारिश के मौसम में सड़कों पर जलभराव एक अलग समस्या है। ऐसे में फैसिलिटीज की कमी के चलते काफी एस्पिरेन्ट्स अच्छे से तैयारी नहीं कर पाते। लेकिन राजस्थान के सीकर जिले में स्थित Prince College आईएएस व आईपीएस बनने के सपने देखने वाले स्टूडेंट्स को 12th क्लास के बाद से ही यूपीएससी की तैयारी करवा रहा है, जहां स्टूडेंट्स बिना किसी तनाव के अपनी ग्रेजुएशन के साथ साथ यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं। आइये इस आर्टिकल में समझते हैं कि कैसे एक Prince College में देश के अग्रिम आईएएस तैयार हो रहे हैं?

इस सभी परेशानियों के चलते UPSC(Union Public Service Commision) की तैयारी के लिए अब एस्पिरेन्ट्स दिल्ली व जयपुर की भागदौड़ भरी जिंदगी से दूर सीकर जिले में स्थित खुले और शांतिपूर्ण वातावरण में Prince College में पढ़ रहे हैं, जहां एस्पिरेन्ट्स अपनी ग्रेजुएशन के साथ साथ UPSC व RAS की तैयारी कर रहे हैं। कॉलेज में लाइब्रेरी, एडवांस लैब, डिजिटल एजुकेशन, एयर कंडिशन्ड बिल्डिंग व क्लासरूम, करेंट अफेयर्स के साथ साथ 12th के बाद से ही पर्सनलिटी डेवेलपमेंट पर फोकस किया जा रहा है। आइये जानते हैं कैसे Prince College में भविष्य के IAS और RAS अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

https://www.princeeduhub.com/ ग्रुप के ही Prince कॉलेज में 12th के बाद से ही ग्रेजुएशन के साथ UPSC व RAS(Rajasthan Administrative Service) व अन्य ग्रेजुएशन प्रोग्राम करवाये जा रहे हैं। जहां स्टूडेंट्स के एकेडमिक डेवेलपमेंट के साथ साथ पर्सनलिटी ग्रूमिंग पर भी फोकस किया जा रहा है। करंट अफेयर्स, मॉक टेस्ट, डिजिटल लाइब्रेरी, एस्से राइटिंग, इंटरव्यू व समय समय पर एक्सपर्ट्स के सेमिनार के साथ स्टूडेंट्स को रेगुलर मोटिवेट किया जाता है।

एक तरफ जहां दिल्ली के मुखर्जी नगर व जयपुर में USPC या RAS एस्पिरेन्ट्स को तंग गलियों में और भीड़भाड़ के इलाकों में रहना पड़ता है, जहां 24 घंटे ट्रैफिक की आवाज उन्हें डिस्टर्ब करती है, प्रदूषण व अनहैल्दी खाना खाने को मजबूर होना पड़ता है, वहीं प्रिंस कॉलेज में एस्पिरेन्ट्स को खुले व शांतिपूर्ण वातावरण में तैयारी करने का मौका मिल रहा है। पढ़ाई के साथ साथ स्पोर्ट्स की सुविधा उनके फिजिकल डेवेलपमेंट का भी ध्यान रखा जा रहा है।

UPSC एस्पिरेन्ट्स के लिए NCERT रिवीजन जरूरी होता है ताकि तैयारी से पहले उनका बेस क्लियर हो सके। आमतौर पर ग्रेजुएशन के बाद 6th से लेकर 10th की NCERT बुक्स पढ़ने के बाद मुख्य सिलेबस की पढ़ाई करने से समय की काफी बर्बादी होती है। लेकिन प्रिंस कॉलेज में एनसीआरटी बुक्स व करंट अफेयर्स 12th के बाद से पढ़ाना शुरू कर दिया जाता है, जिससे ग्रेजुएशन होने तक एस्पिरेन्ट्स NCERT व अपना मुख्य सिलेबस रिवाइज कर चुके होते हैं और ग्रेजुएशन के बाद ही सिविल सेवा की परीक्षा के लिए बिल्कुल तैयार हो चुके होते हैं।

किसी भी बड़ी परीक्षा के लिए सबसे जरूरी होता है अनुशासन और कंसिस्टेंसी। जहां, दिल्ली व जयपुर की चकाचौंध में एस्पिरेन्ट्स अपने लक्ष्य से भटक जाते हैं वहीं प्रिंस कॉलेज में एक अनुशासित माहौल में एस्पिरेन्ट्स अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए दिन रात लगे हुए हैं। कॉलेज में अनुशासन का विषय तौर से ध्यान रखा जाता है। होस्टल व क्लासरूम में मोबाइल फोन पर पाबंदी है ताकि एस्पिरेन्ट्स अपने लक्ष्य से न भटकें। होस्टल में  24 घंटे वार्डन व सीसीटीवी कैमरों की मदद से सुरक्षा चाकचौबंद रहती है।

देश के बड़े बड़े संस्थानों में पढ़ा चुके व कई सालों के अनुभव वाले टीचर्स प्रिंस कॉलेज में एस्पिरेन्ट्स को तैयारी करवा रहे हैं। इसके साथ ही समय समय पर IAS, IPS या अपने फील्ड के एक्सपर्ट गेस्ट के तौर पर एस्पिरेन्ट्स को मोटिवेट करने के लिए आते हैं और अपना अनुभव साझा करते हैं। टीचर्स हर समय एस्पिरेन्ट्स के डाउट क्लियर करने के लिए मौजूद रहते हैं।

कॉलेज में विश्वस्तरीय लाइब्रेरी है जहां UPSC द्वारा रेकमेंडेड व अन्य हजारों बुक्स अवेलेबल हैं। एस्पिरेन्ट्स शांति से बैठकर बुक्स पढ़ सकते हैं। लाइब्रेरी में कंप्यूटर व वाईफाई की सुविधा भी है। इसके अलावा साइंस के एस्पिरेन्ट्स के लिए एडवांस लैब की सुविधा भी है, जहां एडवांस इक्विपमेंट व मशीनें हैं।

सिविल सेवा की प्रीलिम्स व मैन्स के बाद इंटरव्यू अहम होता है। यूपीएससी में इंटरव्यू 250 मार्क्स का होता है, ऐसे में रैंक हासिल करने के लिए इंटरव्यू की अहम भूमिका होती है, लेकिन इंटरव्यू में कई एस्पिरेन्ट्स पिछड़ जाते हैं क्योंकि पर्सनलिटी डेवेलपमेंट की तरफ उनका ध्यान कम होता है। लेकिन प्रिंस कॉलेज में फर्स्ट ईयर से ही एस्पिरेन्ट्स के एकेडमिक डेवलपमेंट के साथ साथ पर्सनलिटी ग्रूमिंग भी ध्यान दिया जाता है। साइक्लोजिस्ट समय समय पर एस्पिरेन्ट्स के साथ मीटिंग करते हैं और उनकी कम्युनिकेशन, प्रेजेंटेशन, लीडरशिप, ग्रुप टास्क, इंग्लिश स्पोकन, अनालीटिकल व क्रिटिकल थिंकिंग डेवलप करवाते हैं ताकि इंटरव्यू में उनका आत्मविश्वास बढ़िया बना रहे।

किसी भी कॉम्पेटिशन एग्जाम में तैयारी का आंकलन एस्पिरेन्ट्स को स्ट्रैटजी बनाने में मददगार होता है। प्रिंस कॉलेज में सभी एस्पिरेन्ट्स की तैयारी का रेगुलर आंकलन किया जाता है। इसके लिए मॉक टेस्ट, क्विज, वोट बेस्ड क्विज, ग्रुप डिस्कशन, करंट अफेयर्स डिबेट शामिल हैं। इसके साथ ही एस्से राइटिंग के लिए स्पेशल एक क्लास पीरियड रखा जाता है, जिसमें सिर्फ एस्से राइटिंग पर ध्यान दिया जाता है। समय समय पर मॉक टेस्ट व मॉक इंटरव्यू लिए जाते हैं ताकि एस्पिरेन्ट्स की तैयारी का आंकलन किया जा सके।

दिल्ली व जयपुर के भीड़भाड़ और प्रदूषित माहौल से दूर प्रकृति की गोद में बने इस प्रिंस कॉलेज के इस कैंपस में आप भी 12th के बाद ही सिविल सेवा की तैयारी कर सकते हैं। जहां अनुशासित व पॉजिटिव माहौल में अपने सपने को पूरा कर सकते हैं। प्रिंस कॉलेज दो प्रोग्राम के तहत ग्रेजुएशन करवा रहा है। एक प्रोग्राम में आप ग्रेजुएशन के साथ साथ सिविल सेवा की तैयारी कर सकते हैं तो दूसरे प्रोग्राम के तहत आप सिर्फ ग्रेजुएशन या अपनी पोस्ट ग्रेजुएशन एक विश्वस्तरीय कैंपस व टॉप फ़ैकल्टी के साथ पूरी कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए http://princecollegesikar.comपर विजिट कर सकते हैं।

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