इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी(IIT) मद्रास ने बीटेक सिलेबस में बड़ा बदलाव किया है, जिसके बाद IIT मद्रास में बीटेक स्टूडेंट्स को तीन महीने की जगह 6 महीने की इंटर्नशिप करने का मौका मिलेगा। यह बदलाव 2024-25 के बैच से लागू होगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक IIT मद्रास ने प्लेसमेंट को बढ़ाने व स्टूडेंट्स को प्रैक्टिकल एक्सपोज़र बढ़ाने के लिए ऐसा किया है। नए सिलेबस के अनुसार स्टूडेंट्स को 6th सेमस्टर में कोर पढ़ाई नहीं करनी होगी और वे अपने वैकल्पिक कोर्स को छठे सेमेस्टर से पहले या आगे पूरा कर सकते हैं।
आईआईटी मद्रास के डीन प्रोफेसर सत्यनारायण एन. गुम्मदी ने बताया,” 4 साल के बीटेक कोर्स के तीसरे साल के 6th सेमस्टर के दौरान स्टूडेंट्स को गर्मियों के मई से लेकर जुलाई तक होती थी। लेकिन कई इंडस्ट्री प्रोफेशनल ने हमें बताया कि 3 महीने का समय स्टूडेंट्स के लिए काफी नहीं है। उन्होंने बताया कि स्टूडेंट्स को इंटर्नशिप बक समय अगस्त तक बढ़ाया जाए ताकि हम स्टूडेंट्स से ज्यादा काम करवा सकें और उनका मूल्याकंन किया जा सके, लेकिन ये इंटर्नशिप सेशन अक्सर एकेडमिक शेड्यूल के साथ मेल नहीं खाती, क्योंकि जुलाई के आखिर तक सभी स्टूडेंट्स को अपने कोर कोर्स के लिए कैंपस वापस आना पड़ता था।”
स्टूडेंट्स को इंडस्ट्री का ज्यादा एक्सपोज़र मिलेगा।
उन्होंने बताया” इस प्रॉब्लम को सॉल्व करने के लिए IIT मद्रास ने अपने बीटेक प्रोग्राम को दुबारा से पुनर्गठित किया है। अब 6th सेमेस्टर में कोर कोर्स नहीं होगा और पूरा सेमस्टर इंटर्नशिप प्रोग्राम के लिए डेडिकेटेड होगा, जोकि नवंबर से जुलाई तक चलेगा। इससे स्टूडेंट्स को बिना किसी एकेडमिक क्लैश के, इंटर्नशिप पूरा करने का मौका मिलेगा।” इसके अलावा IIT मद्रास ने बीटेक स्टूडेंट्स को ये भी फ्लेक्सिबिलिटी दी है कि इंटर्नशिप के दौरान वे अपने वैकल्पिक कोर्स को पूरा कर सकते हैं। जिससे स्टूडेंट्स को इंडस्ट्री का ज्यादा एक्सपोज़र मिलेगा और प्लेसमेंट के मौके को बढ़ाएगा।
IIT मद्रास में 80 फीसदी से ज्यादा प्लेसमेंट रहा।
मई 2024 के आंकड़ों के अनुसार IIT मद्रास में बीटेक(B. Tech), ड्यूल डिग्री और मास्टर्स डिर्गी के 80 फीसदी से ज्यादा स्टूडेंट्स का प्लेसमेंट हुआ। IIT मद्रास ने बताया था कि 2023-24 के पहले व दूसरे फेज के कैंपस प्लेसमेंट के दौरान 1,091 स्टूडेंट्स का 256 कंपनियों में प्लेसमेंट हुआ 300 में से 235 रिप्लेसमेंट ऑफर्स स्टूडेंट्स ने स्वीकार किए। 44 से ज्यादा विदेशी कंपनियों ने कैंपस प्लेसमेंट में हिस्सा लिया जिसमें जापानी और यूरोपीय कम्पनियां शामिल रहीं। इसके अलावा 85 स्टार्ट अप कंपनियों ने दोनों फेज में कुल 183 ऑफर दिए। वहीं सैलरी की बात करें तो प्लेसमेंट के दौरान मीडियन सैलरी 19.6 लाख ऑफर की गई, जबकि औसतन सैलरी 22 लाख हर साल ऑफर की गई।