
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने सेकंडरी स्कूल एग्जामिनेशन के एकेडमिक सेशन 2025-26 के सम्बंध में महत्वपूर्ण नोटिस जारी किया है। CBSE ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर नोटिस जारी कर सीनियर सेकंडरी स्कूल एग्जामिनेशन में 2025-26 सेशन के उन स्टूडेंट्स को भी मैथेमैटिक्स (041) चुनने की रियात दी है, जिन्होंने सेकंडरी स्कूल एग्जामिनेशन में मैथेमैटिक्स (बेसिक) (241) को चुना था। इससे उन स्टूडेंट्स को सीधा फायदा होगा जो आगे इंजीनियरिंग की पढ़ाई करना चाहते हैं।
केंद्रीय शिक्षा बोर्ड ने 29 मई को COVID-19 के वक्त दी गई रियात को एक्सटेंड करते हुए नोटिफिकेशन जारी कर बताया कि क्लास 11th में वे स्टूडेंट्स भी मैथेमेटिक्स (041) ले सकते हैं जिन्होंने क्लास 10th में बेसिक मैथेमेटिक्स को चुना था। हालांकि, CBSE ने सभी स्कूलों को निर्देश जारी किए हैं कि वे यह सुनिश्चित करें कि बेसिक मैथ्स से स्टैण्डर्ड मैथ्स चुनने वाले स्टूडेंट्स में इस सब्जेक्ट को पढ़ने की काबिलियत और रुचि हो। सभी स्कूलों के प्रिंसिपल को इसकी जिम्मेदारी दी गई है कि वे स्टूडेंट्स की कैपिबिलिटी का आंकलन करें।
What are the Standard and Basic Mathematics Rules in CBSE?
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने 10 जनवरी 2019 को क्लास 10th के स्टूडेंट्स के लिए मैथेमैटिक्स में दो भाग किए, बेसिक (0241) व स्टैण्डर्ड मैथेमेटिक्स (041)। जिसके मुताबिक जो स्टूडेंट्स क्लास 11th में साइंस सब्जेक्ट के साथ आगे इंजीनियरिंग की पढ़ाई करना चाहते हैं उन्हें क्लास 10th में ही स्टैण्डर्ड मैथ्स चुनना होगा। जो आगे साइंस नहीं चुनना चाहते वे स्टैण्डर्ड मैथ्स की जगह बेसिक मैथ्स चुनने का ऑप्शन मिलेगा। यानी अगर आपने क्लास 10th में बेसिक मैथ्स को चुना है तो आप क्लास 11th में स्टैण्डर्ड मैथ्स नहीं चुन सकते, ऐसी परिस्थिति में आपके पास एप्लाइड मैथ्स चुनने का ही ऑप्शन रहेगा।

Relaxation given in COVID-19
साल 2020 में COVID-19 की महामारी के बाद CBSE ने इस रूल में रियायत देते हुए कहा कि वे स्टूडेंट्स भी क्लास 11th में स्टैण्डर्ड मैथ्स चुन सकते हैं जिन्होंने क्लास 10th में बेसिक मैथ्स को चुना था। इसके बाद से यही रूल चलता आ रहा है। अब एकेडमिक सेशन 2025-26 में CBSE ने इसी रुल को एक्सटेंड करते हुए नोटिफिकेशन जारी किया है। जिसके मुताबिक एकेडमिक सेशन 2024-25 में क्लास 10th में बेसिक मैथ्स को चुनने वाले स्टूडेंट्स भी क्लास 11th में स्टैण्डर्ड मैथ्स को चुन सकते हैं। हालांकि स्कूलों के प्रधानाचार्यों को जिम्मेदारी दी है कि वे स्टूडेंट्स की इच्छा और योग्यता का आंकलन करें।
What will be the effect of this decision of CBSE?
CBSE का यह फैसला उन स्टूडेंट्स के लिए बहुत फायदे वाला हो सकता है जिन्होंने क्लास 10th में बेसिक मैथ्स को चुना था लेकिन अब क्लास 11th में साइंस स्ट्रीम के साथ वे भविष्य में इंजीनियरिंग की पढ़ाई करना चाहते हैं। इसके साथ ही CBSE ने ये भी क्लियर किया है कि एक बार सब्जेक्ट सिलेक्ट करने के बाद इसमें कोई भी बदलाव नहीं होगा। इसलिए सभी स्टूडेंट्स और पैरेंट्स को सलाह दी गई हैं कि वे सावधानी से फैसला लें। स्कूलों को निर्देश दिए गए हैं कि वे स्टूडेंट्स की मैथ्स एबिलिटी का टेस्ट या पर्सनल काउसलिंग के जरिये यह सुनिश्चित करें कि वे इस सब्जेक्ट को पढ़ने के लिए तैयार या रूचि रखते हैं या नहीं।