देशभर के टॉप इंजीनियरिंग इंस्टिट्यूट में एडमिशन के लिए होने वाले एग्जाम, JEE Main 2025 के लिए रेजिस्ट्रेशन शुरू हो चुके हैं। NTA ने अपने ऑफिशियल नोटिफिकेशन जारी कर बताया कि 28 अक्टूबर से लेकर 22 नवंबर तक कैंडिडेट्स रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। रेजिस्ट्रेशन फीस 22 नवंबर तक जमा करवा सकते हैं, जबकि जनवरी 2025 के पहले हफ्ते में एग्जाम सिटी के बारे में एलान किया जाएगा। जिसके बाद देश के हर कोने से लाखों कैंडिडेट्स एग्जाम फॉर्म भर रहे हैं। लेकिन इन सबके बीच NTA, अबकी बार एग्जाम कंडक्ट करवाने में काफी सावधानी बरतने जा रही है। जिसके लिए NTA ने एग्जाम पैटर्न से लेकर एग्जाम सेंटर्स की कड़ी सुरक्षा करने का फैसला किया है।
दरअसल, पिछले साल जून में हुए NEET UG 2024 पेपर लीक मामले में केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा गठित की गई डॉ. के राधाकृष्ण कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में NTA के मेकैनिज्म में सुधार की सिफारिश की है। जिसके बाद NTA अबकी बार डिजिटल एग्जाम पर ज़्यादा फोकस कर रही है। वहीं एग्जाम सेंटर्स की सिक्योरिटी को लेकर भी इंतजाम किए जा रहे हैं। कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अबकी बार NTA डमी कैंडिडेट्स के लिए सख्त बॉयोमेट्रिक वेरिफिकेशन भी स्टार्ट कर सकती है। आइये जानते हैं NTA अबकी बार JEE Main 2025 के लिए क्या बड़े बदलाव करने जा रही है?
Expected Big Changes in JEE Main 2025
NEET UG 2024 में पेपर लीक के बाद बनाई गई डॉ. के राधाकृष्ण कमेटी की रिपोर्ट के बाद NTA पर एग्जाम की काफी दबाव है। जिसके चलते NTA कयास लगाए जा रहे हैं कि अबकी बार JEE Main के एग्जाम में कई बड़े बदलाव करेगी जिससे पेपर लीक व डमी कैंडिडेट्स की गुंजाइश को खत्म किया जा सके। NTA आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कैमरे से फेस स्कैनिंग से लेकर एग्जाम सेंटर्स में बदलाव कर सकती है। इसके अलावा भी NTA काफी बदलावों करने जा रही है। जोकि इस प्रकार हैं।
1. Biometric Verification: कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस बार NTA जेईई मैन एग्जाम में कैंडिडेट्स का बॉयोमेट्रिक वेरिफिकेशन करवा सकती है ताकि डमी कैंडिडेट्स व चीटिंग को रोका जा सके। बॉयोमेट्रिक वेरिफिकेशन के लिए कैंडिडेट्स को अपना आधार कार्ड अपडेट करवाना होगा ताकि वेरिफिकेशन में दिक्कत न आये।
2. CCTV Surveillance: JEE Main एग्जाम को लेकर NTA अब एग्जाम सेंटर पर CCTV सर्विलांस कर सकती है। इससे पहले कुछ मुख्य सेंटर्स पर ही सीसीटीवी सर्विलांस होती थी। इसके पीछे की वजह हर सेंटर की बारीक गतिविधि पर नजर रखी जा सके।
3. Government Centres: डॉ. के राधाकृष्ण कमेटी ने सरकार को सुझाव दिया है कि सरकार को एग्जाम सेंटर्स का नियंत्रण अपने हाथ में लेना चाहिए, तो ऐसे में NTA अबकी बार केंद्रीय विद्यालयों को एग्जाम सेंटर्स में कन्वर्ट कर सकती है। केंद्रीय विद्यालयों को सेंटर बनाने से कैंडिडेट्स को भी फायदा हो सकता क्योंकि इससे उन्हें घर से ज्यादा दूर एग्जाम देना नहीं जाना पड़ेगा।
4. AI Technology: इस बार NTA सभी एग्जाम सेंटर्स पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कैमरे की मदद से कैंडिडेट्स की आइडेंटिटी स्कैन सकती है ताकि फर्जी कैंडीडेट द्वारा एग्जाम दिए जाने की घटनाओं को रोका जा सके। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से कैंडिडेट्स के फेस व रेटिना स्कैन किया जा सकता है।
CONCLUSION
NEET UG पेपर के लीक होने के बाद विपक्ष व अन्य संस्थाओं ने NTA के मैकेनिज्म पर सवाल उठाए थे। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने ISRO के पूर्व चीफ डॉ. के राधाकृष्ण व अन्य 6 लोगों की एक कमेटी गठित की थी। जिसको पेपर लीक होने के कारणों व NTA के मैकेनिज्म की जांच करने की जिम्मेदारी दी थी। कमेटी ने एग्जाम को डिजिटल व NTA को परमानेंट कर्मचारियों की भर्ती व NEET यूजी को JEE की तरह चरणों में करवाने म सुझाव दिया है। जिसको लेकर आगे आने वाले दिनों में NTA काम कर सकती है। इसके साथ ही हाल ही में NTA ने JEE Main के पेपर में ऑप्शनल क्वेश्चन को इस बार हटा दिया है।