Army B.Sc. Nursing 2025: लकड़ियों के लिए 12th के बाद सेना में ऑफिसर बनने का मौका।

अगर आप फीमेल कैंडिडेट हैं और आपका सेना में ऑफिसर बनने का ड्रीम हैं तो MNS यानी मिलिट्री नर्सिंग सर्विस, जिसमें सिर्फ फीमेल कैंडिडेट्स ही अप्लाई कर सकती हैं, आपके लिए एक बेहतर ऑप्शन है। लेकिन ज्यादातर कैंडिडेट्स को MNS के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होती, जिसके चलते वे फॉर्म नहीं भर पाती या तैयारी नहीं कर पाती। ऐसे में हम आपको इस आर्टिकल में मिलिट्री नर्सिंग सर्विस के बारे में डिटेल्स में बताएंगे कि मिलिट्री नर्सिंग सर्विस क्या है? इसके लिए कौन अप्लाई कर सकता है? एग्जाम पैटर्न और MNS में सिलेक्शन प्रोसेस क्या रहता है?

मिलिट्री नर्सिंग सर्विस उन फीमेल कैंडिडेट्स के लिए भी सुनहरा अवसर है, जो NEET में कम नंबर आने के चलते MBBS नहीं कर पाते। ऐसे में NEET के मार्क्स के आधार पर फीमेल कैंडिडेट MNS के बीएससी नर्सिंग कोर्स के लिए अप्लाई कर सकते हैं। सिलेक्शन के बाद कैंडिडेट्स को 4 साल का बीएससी नर्सिंग कोर्स में एडमिशन मिल जाता है। कोर्स के बाद कैंडिडेट्स को शार्ट सर्विस कमीशंड किया जाता है। सर्विस रिकॉर्ड और बोर्ड सेलेक्शन के बाद कैंडिडेट्स लेफ्टिनेंट के पद से लेकर मेजर जनरल के पद तक प्रोमोट हो सकती हैं। आइये MNS बीएससी नर्सिंग में सिलेक्शन प्रोसेस को समझते हैं।

What is an Army Nursing or AFMS B.Sc Nursing Course?

MNS(Military Nursing Service) इंडियन आर्म्ड मेडिकल सर्विसेज(AFMS) का हिस्सा है, जिसकी शुरुआत ब्रिटिश रूल में साल 1888 में हुई थी। शुरुआत में इसे इंडियन आर्मी नर्सिंग सर्विस कहा गया, लेकिन 1902 में इंडियन आर्मी नर्सिंग सर्विस को ब्रिटिश आर्मी नर्सिंग सर्विस के साथ मिलाकर QAIMNS(Queen Alexandra’s imperial Military Nursing Service) बनाया गयी। QAIMNS ने पहले और दूसरे विश्वयुद्ध में बेहतरीन काम किया। आजादी के बाद नर्सिंग ऑफिसर, कर्नल डी जी हॉवर्ड को मिलिट्री नर्सिंग सर्विस की पहली चीफ प्रिंसिपल मैट्रन बनाया गया। वहीं मेजर जनरल जी ए राम, पीवीएसएम, साल 1976 मेंमिलिट्री सर्विस की डायरेक्टर के रूप में मेजर जनरल का पद हासिल करने वाली पहली नर्सिंग ऑफिसर थीं।

What is the Selection Process of AFMS B.sc Nursing?

एमएनएस बीएससी नर्सिंग कोर्स में सिर्फ अनमैरिड फीमेल कैंडिडेट्स को ही शामिल किया जाता है। एमएसएस में कैंडिडेट्स को शार्ट सर्विस और परमानेंट कमीशंड किया जाता है। इसके लिए कैंडिडेट्स को NEET का एग्जाम क्लियर करना अनिवार्य है। NEET UG के रैंक के आधार पर कैंडिडेट्स को शॉर्टलिस्ट किया जाता है। जिसके बाद कैंडीडेट्स को PAT(Psychological Aptitude Test) या इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है। इसके बाद कैंडीडेट्स का मेडिकल एग्जामिनेशन किया जाता है। जिसमें कैंडिडेट्स की हाइट, चेस्ट, सोनोग्राफी जैसे टेस्ट किये जाते हैं। इन सबके बाद फाइनल मेरिट लिस्ट जारी की जाती है। 

What is the Physical Standard for AFMS BSc nursing?

आर्मी बीएससी नर्सिंग में एडमिशन के लिए मेडिकल बोर्ड के द्वारा फिजिकल स्टैंडर्ड्स वहीं निर्धारित किये गए हैं जोकि आर्म्ड फोर्सेज में महिला कैंडिडेट्स के लिए बनाए गए हैं। जिनके अनुसार बीएससी में एडमिशन के लिए मेडिकल एग्जामिनेशन में पास होने के लिए कैंडिडेट की कम से कम हाइट 152 सेंटीमीटर अनिवार्य है। वहीं पहाड़ी और नार्थ ईस्ट के राज्यों से आने वाली कैंडिडेट्स के लिए हाइट 147 सेंटीमीटर होनी चाहिए। इसके अलावा 18 वर्ष से कम की कैंडिडेट के लिए 2 सेंटीमीटर की छूट का प्रावधान भी बनाया गया है।

What is The Fee for AFMS Bsc Nursing ?

सामान्य व पिछड़ा वर्ग(OBC) से आने वाली कैंडिडेट्स के लिए फीस 200 रुपये है वहीं SC/ST (अनुसूचित जाति व जनजाति) से आने वाली कैंडिडेट्स की कोई फॉर्म फीस नहीं लगती। 

How many seats are available for Army or AFMS BSc Nursing?

नर्सिंग अंडर एएफएमएस बीएससी नर्सिंग कोर्स 2024 नोटिफिकेशन के अनुसार देशभर में इस कोर्स के लिए 6 संस्थान हैं, जिनमें कुल 220 सीट्स हैं। 

Conclusion

फीमेल कैंडिडेट्स के लिए आंर्मी बीएससी नर्सिंग बेहतर ऑप्शन हैं, क्योंकि 10+2 के बाद इंडियन आर्म्ड फोर्सस में ऑफिसर्स बनकर आपको देशसेवा का मौका मिल सकता है। इसके अलावा न ही इसमें NDA UPSC की तरह मुश्किल परीक्षा या SSB जैसे लंबे इंटरव्यू देने की जरूरत पड़ती है। आप NEET के अपने रैंक के आधार पर एडमिशन के लिए अप्लाई कर सकते हैं। अगर आप अभी NEET की तैयारी कर रहे हैं या करने की सोच रहे हैं तो सीकर PCP आपके लिए एक बेहतर ऑप्शन बन सकता है। NEET UG 2024 में PCP सीकर के एस्पिरेन्ट देवेश जोशी ने AIR-1 हासिल किया है। इसके अलावा भी सैकडों एस्पिरेन्ट्स ने NEET में अच्छा रैंक हासिल किया है। यहां एस्पिरेन्ट्स के किये रहने, खाने के साथ साथ स्पोर्ट्स व अन्य एक्टिविटी भी हैं जिससे एस्पिरेन्ट्स अपने मेंटल डेवेलपमेंट के साथ साथ फिजिकल हेल्थ पर भी ध्यान दे सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए https://pcpsikar.com/ पर विजिट करें।

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