Rajasthan NEET UG Ist Round Counselling : एक ऐसी कैटेगरी जिसमें सभी कैंडिडेट्स का MBBS में एडमिशन कन्फर्म।

देश की सबसे चर्चित परीक्षा NEET UG 2024 की पहले राउंड की कॉउंसलिंग अभी खत्म होने को है। लाखों स्टूडेंट्स All India Quota Seats और State Quota Seats में कॉउंसलिंग कर MBBS या BDS(Bachelor of Dental Surgery) बनने के सपना लिए बैठे हैं। NMC(National Medical Council) की नोटिफिकेशन के अनुसार कॉउंसलिंग अगस्त से अक्टूबर तक चलेगी। हर कॉउंसलिंग में सीटों के मुकाबले कैंडिडेट्स की संख्या ज्यादा है, ऐसे में हर सीट के लिए बहुत कॉम्पेटिशन है।

लेकिन इस कॉम्पेटिशन की बीच एक कैटेगरी ऐसी भी है, जहां सीटें ज्यादा हैं और कैंडीडेट्स कम। जी हां! राजस्थान के State Quota Seats के लिए पहली कॉउंसलिंग का अंतिम दौर जारी है। All India Quota की तरह इसमें भी भारी कॉम्पेटिशन है, जिसके लिए अलग अलग कैटेगरी के कैंडिडेट्स अप्लाई कर रहे हैं। सीटों के मुकाबले कैंडिडेट्स ज्यादा हैं ऐसे में कुछ कैंडिडेट्स को एडमिशन से वंचित भी रहना पड़ सकता है। लेकिन इनमें से एक कैटेगरी ऐसी भी जिसमें पात्र सभी कैंडिडेट्स को एडमिशन मिल तय है। यह कैटेगरी NRI(Non Resident Indian) की है, जिसमें 15 फ़ीसदी सीटें NRI कैंडिडेट्स के लिए रिजर्व हैं।

बता दें कि राजस्थान के सरकारी व RajMES(Rajasthan Medical Education Society) में NRI स्टूडेंट्स की कुल 385 सीट हैं, लेकिन 147 कैंडिडेट्स ने पहली कॉउंसलिंग में अप्लाई किया था। जिसके बाद इन्हें डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए बुलाया गया है। ऐसे में अगर इनके डाक्यूमेंट्स सही पाए जाते हैं तो इनका एडमिशन लगभग कन्फर्म है। NRI कैंडिडेट्स में राजस्थान के 51 और दूसरे राज्य से 96 कैंडिडेट्स हैं। पहली कॉउंसलिंग के बाद इस कैटेगरी की 238 सीटें वेकेंट रह जाएंगी। ये सीटें अगली कॉउंसलिंग राउंड के लिए रिजर्व हो जाएंगी।

AIIMS, BHU(Banaras Hindu University), JIPMER, AMU(Aligarh Muslim University), DU, VMMC, ESIC व अन्य केंद्रीय मेडिकल संस्थानों में सभी सीटों पर कॉउंसलिंग All India Quota Seats के जरिये होती है। इसका मतलब ये हुआ कि पूरे देश में किसी भी राज्य का कैंडिडेट किसी भी राज्य के AIIMS या अन्य संस्थानों में MBBS में या BDS एडमिशन ले सकता है। लेकिन राज्य स्तर पर ऐसा नहीं होता। यहां प्रोसीजर थोड़ा अलग है, यहां All India Quota और State Quota वाला फॉर्मूला लागू होता है।

सभी राज्यों के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 15 All India Quota और 85 फ़ीसदी State Quota होता है। इसका मतलब है कि 15 फ़ीसदी सीटों पर देश के किसी भी कोने से NEET पास किया हुआ कैंडिडेट MBBS या BDS में एडमिशन ले सकता है। जबकि 85 फ़ीसदी सीटें State Quota के जरिये भरी जाती हैं। All India Quota और State Quota में रिज़र्वेशन सिस्टम भी होता है। जिसमें Caste Reservation, EWS, PwD, Management Quota और NRI Quota के तहत सीटों को रिजर्व रखा जाता है।

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